प्रभु इसा मसीह ने इस दुनिया को शांति,प्रेम दया का सन्देश दिया आज उसकी फिर से बहुत जरूरत है तो बड़ा दिन मानिये और इस दुनिया में फिर से चैन -ओ-अमन बहल करने का प्रण लीजिये आप सबको बड़े दिन की बहुत शुभकामनाये
मै कोई धर्मगुरु नही, कोई उपदेशक नही, कोई पंडित, मोलवी या पॉप भी नही, मै कोई ज्योतिष या भविष्यवक्ता भी नही न मै भगवन हूँ न मै शेतान हूँ दुनिया माने या न माने लकिन मै एक इन्सान हूँ
Friday, December 25, 2009
Sunday, December 20, 2009
माँ खतरे में है ! उसे बचाइए
ये धरती जो हम सब की माँ है आज हमारी ही वजह से खतरे में है दुनिया के बड़े -बड़े नेताओ ने जो दिल और दिमाग से शायद बहुत छोटे है इस के लिए एक सम्लेलन भी किया जो असफल रहा लेकिन नेता कुछ नहीं कर सके इसका मतलब ये नहीं की हमारी जिम्मेदारी खत्म हो गयी बल्कि अब तो हमारी जिम्मेदारी और बड जाती है इसलिए आप, मै और हम सब आइये अपनी जिम्मेदारी को समझे और अपनी माँ की रक्षा करे और हर वो काम जिससे धरती का तापमान बड़े उसको कम करे और बड रहे तापमान को काबू में करने के सारे पर्यतन करे और अपनी माँ को सुरक्षित व साफ़ बनाये
Thursday, December 3, 2009
जिन्दगी की राहे
जिन्दगी के सफ़र में अक्सर एक ऐसा मक़ाम आता है जहाँ आपको दो रास्ते मिलते है जिसमे से एक बहुत खुला (चोडा) और एक बहुत संकरा (तंग) होता है लेकिन जैसे-जैसे आप आगे बड़ते है खुला रास्ता तंग और तंग रास्ता चोडा होता जाता है इसलिए बहुत सोच समझ कर अपना सफ़र और रास्ता तय कीजिये . वो रास्ता जो आज आपको बेहद सुविधाजनक लग रहा है उस पर चलते हुए एक दिन ये हालत हो जाएगी की साँस लेने को भी जगह न मिलेगी और आज जिस रास्ते पर आपको पैर तक रखने में दिक्कत हो रही है वो एक दिन बहेद सुविधाजनक हो जायेगा .
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