मेरी तरफ से आप सबको होली के पवन पर्व की बहुत बहुत शुभ कामनाए तथा साथ ही साथ मै आप से ये भी विनती करता हूँ की पर्व की पावनता बनाये रखे तथा कुदरती रंगों का शालीन तरीके से पर्योग करके अपनी धरती को भी साफ़ सुथरा बनाये रखे साथ ही सब पंजाबी भायियो को होला मोहल्ला की भी शुभ कामनाए
मै कोई धर्मगुरु नही, कोई उपदेशक नही, कोई पंडित, मोलवी या पॉप भी नही, मै कोई ज्योतिष या भविष्यवक्ता भी नही न मै भगवन हूँ न मै शेतान हूँ दुनिया माने या न माने लकिन मै एक इन्सान हूँ
Sunday, February 28, 2010
Friday, February 26, 2010
मिलाद उन नबी की मुबारक
मिलाद उन नबी को ईद कहा जाये या नहीं इस पर हो सकता है की लोगो की राय अलग-अलग हो लेकिन ये दिन एक मुबारक दिन है और ये ही क्यों मै तो ये मानता हूँ की पाक परवर दिगार का बनाया हर दिन मुबारक है और फिर आज जुम्मे का दिन तो है ही तो ये मुबार दिन आप सबको मुबारक हो अल्लाह आप पर अपनी नज़र-ए-करम करे यही मेरी दुआ है और आप भी हर दिन उस परम पिता का शुक्रिया अदा करे जिसने ये खूबसूरत कायनात हमें अता की और इस को और खूबसूरत बनाने की कोशिश कीजिये सबको बहुत बहुत मुबारक
Sunday, February 14, 2010
एक दिन तो प्रेम के नाम होना ही चहिये
आज 14 फरवरी है और ये दिन विदेशो में काफी सालो से प्रेम दिवस के रूप में मनाया जाता है और जब से दुनिया सिमटने लगी है या यु कहे की नयी नयी तकनीको से जुड़ने लगी है तब से इस दिन को मानाने की प्रथा भारत में भी शुरू हुई है और फिर बाजारवाद ने इसका भी भरपुर फायदा उठाया है जो की बाज़ार की रीत ही है हर जगह पर अपना फायदा देखना और इस में कुछ नया या गलत नहीं है और मै ये मानता हूँ की इस दिन को भी मानना में कोई गलती नहीं है जैसी की कुछ लोग कहते है और ये दुहाई देकर कहते है की ये भारत की संस्कृति के खिलाफ है उन लोगो की शायद भारत की संस्कृति के बारे में या तो समझ कम है या उनकी यादाश्त उनके साथ दगा कर रही है जिस देश में भगवन का एक नाम "रास रचैया" हो और जिस देश में संत कबीर ने भक्ति मार्ग को "प्रेम गली" कहा हो उस देश की संस्कृति को प्रेम के खिलाफ बताना काफी शर्मनाक है हां कुछ लोग जो ये तर्क देते है की प्रेम के लिए सिर्फ एक दिन ही क्यों ? प्रेम तो हर दिन होना चहिये, बिलकुल ठीक बात है मै भी सहमत हूँ की प्रेम हर रोज़ होना चहिये लेकिन मेरी एक छोटी सी बात का जवाब दीजिये की आज के दौर में हर इन्सान हर वक्त पैसे के पीछे भागता है हर वक्त लक्ष्मी लक्ष्मी करता है फिर दिवाली के दिन ही लक्ष्मी पूजा का इतना महत्व क्यों ? एक दिन को एक खास काम के साथ इसलिए जोड़ दिया जाता है ताकि अगर आप लाख चाह कर भी साल भर वो काम न कर सके को जो आज कल की भाग दोद भरी जिंदगी में बहुत मुमकिन है तो उस खास दिन आप वो काम कर ले बाकि रही बात बाजारवाद की तो भी बाज़ार ने किस काम में से अपना फायदा नहीं देखा कभी जमाना था जब लोग-बाग़ अपने घर में कागज़ की पतिया बनाते थे उससे पंडाल और मंडप सजा कर शादी हो जाती थी और आज एक एक शादी पर करोडो रूपया खर्च होता है भारत जैसे देश में जहाँ पता नहीं कितने लोग रात को खाली पेट सो जाते है वहां एक शादी में इतना खाना बनाया जाता है की पूछिए मत तब तो किसी को कोई ऐतराज नहीं होता तो कहने का मतलब ये है की न तो प्रेम दिवस भारत की संस्कृति के खिलाफ है और न इसको हर रोज मानना मुमकिन है तो इसलिए इस को साल में बस एक दिन ही मन लीजिये और कम से कम एक दिन तो प्रेम के नाम कर दीजिये
आप सबको प्रेम दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाये
Friday, February 12, 2010
महाशिव रात्रि की शुभकामनाए
आप सबको मेरी तरफ से महाशिवरात्रि की बहुत-बहुत शुभकामनाए भोले बाबा आपको और आपके सारे परिवार को ढेरो असीस दे
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